स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Saturday, April 14, 2018

प्रिंस जी द्वारा स्वरांजली में प्रथम रचना.....✍


इस बेगानों की दुनिया में अपना कौन है?
    इस पत्थर की दुनिया में शीशा कौन है ?
आह निकल जाती है मेरे रूह से 
     जब सुनता हूं आप मेरे कौन हैं?

#स्वरा

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