स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Sunday, April 15, 2018

रूपाली जी द्वारा स्वरांजली में प्रथम रचना.....✍



इक मीठा सा #भ्रम था जो टूट गया...

दिल ने जो ख्वाबों का आशियाँ बनाया था पत्तो सा बिखरना ही था।


#स्वरा

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