स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Sunday, July 8, 2018

मालती उपाध्याय जी द्वारा सप्तरंग-२ में रचना✍


शीर्षक:- गुज़र जाएगा...ये दौर भी
★★★


गुजर जाएगा.... ये दौर भी

अनजानी सी हृदय की हैं पीडा
 खामोश हैं दिल

असहृय वेदना से बेखर है वो
रोता हैं दिल

इब्तिदा इश्क मे नासूर है जख्म
तडपता हैं दिल

पथरीला हैं रास्ता मंजिल है दूर
पर दिल कहता है

गुजर जाएगा..  ये दौर भी
★★★
©
कवयित्री:- मालती उपाध्याय जी✍

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