स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Sunday, August 19, 2018

मस्तानी जी द्वारा सप्तरंग-६ में रचना


शीर्षक:- मेरे लिए स्वतंत्रता है..... !!
★★★
....................
खुल कर आसमान में मैं उड़ सकूँ
ये अधिकार ही मेरे लिए स्वतंत्रता है...

खुल कर अपने विचार मैं जता सकूँ
ये हक़ होना ही मेरे लिए स्वतंत्रता है...

अपना जीवन अपनी शर्तों पे मैं जी सकूँ
ये आज़ादी ही मेरे लिए स्वतंत्रता है...

न वे मेरी न मैं उनकी बातों में खलल करूँ
ये कृतव्य और कर्म ही मेरे लिये स्वतंत्रता है...

रोके न कोई मुझे मुस्कुराने से
ये मुस्कान ही मेरे लिए स्वतंत्रता है...

मेरे शब्द मेरी लेखनी ही मेरी आज़ादी है
मैं और मेरी कलम यही मेरे लिए स्वतंत्रता है
......
#स्वरा
★★★
©
कवयित्री:-मस्तानी जी✍

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