स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Sunday, August 19, 2018

मोहनलाल भाया जी द्वारा सप्तरंग-६ में रचना


शीर्षक:-मेरे लिए स्वतंत्रता है.... !!
★★★
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भारत के युवा उदेश्यपूर्ण कार्य करेंगे ,
राष्ट्रभाषा में ही अपनी योग्यता दर्शायेगें ..!
अपनी संवेदनाओं से मानवता जियेगें,
जब ऐसा होगा उस दिन #मेरे_लिए_स्वतंत्रता_है ..!!

बिना टीका-टिप्पणी के त्यौहार उल्लासमय होंगे,
राष्ट्रीय स्मारक विवाद से मुक्त सुन्दर दिखेगें..!
प्रदेशवाद से मुक्त हो कर सभी भारतीय होंगे, 
जब ऐसा होगा उस दिन #मेरे_लिए_स्वतंत्रता_है ..!!

कोई 'हस्ती' ,'मस्ती','चाह' भारतीयता का सम्मान करे 
कोई 'नफरत' ,'मोहब्बत', 'लगाव' धर्म के विरुद्ध न हो ..!
ये "देश" बने  उन 'दिवानों' का यहां हर बन्दा भारतीय हो ,
जब ऐसा होगा उस दिन #मेरे_लिए_स्वतंत्रता_है ...!!
......

#स्वरा
★★★
©
रचनाकार:-मोहनलाल भाया जी✍

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