स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

Breaking

Sunday, August 12, 2018

पारुल जी द्वारा सप्तरंग-५ में रचना


शीर्षक:- कोशिश में ......कशिश है !!
★★★

कोशिश से कभी मिली मुझे सफलता,
तो कभी विफलता भी मेरे हाथ लगी,

कभी आगे बढ़ी मै अपने जीवन में,
तो कभी मै एक पड़ाव भी ना चढ़ी,

कभी थक हार कर बैठ सी गई मै,
तो कभी मैने मेहनत भी की कड़ी,

कभी करती रही हर समय काम मै,
तो कभी सुकून की रात भी गुज़री,

कोशिश में भी कशिश लाई जब मै,
तो किस्मत भी मेरे साथ चल पड़ी,

उचाईयों को पाती गई में हर बार,
तो ज़िंदगी भी खुशियों से भर गई,,,


#स्वरा
★★★
©
कवयित्री:-पारुल जी✍

No comments:

Post a Comment