स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

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Monday, October 22, 2018

कृष्णात्रे जी द्वारा सप्तरंग-9(समय की परिभाषा) में रचना✍


शीर्षक:-समय की परिभाषा... !!
★★★
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समय की परिभाषा है सब के लिए  ज़ुदा ज़ुदा ! 
मजदूर सोचे जल्दी 8 / 9 घंटे का समय  बीते ,
पैसे मिले और बच्चों के लिए अनाज ले जाऊं ।
गृहणी सोचे ये समय भी कितनी जल्दी बीत गया ,
अब बचे काम कैसे निपटाऊं!
छात्र सोचे कुछ और समय मिले तो कुछ और पढ़ लूं ।
ऑफिस वाले सोचे कि  जल्दी
8 घण्टे बीतो जल्दी घर जा कर  आराम करूँ।
प्रेमी प्रेमिका सोचे ,ये समय कभी बीते ही न ,
एक दूजे में खो जाऊं ।
......
#स्वरा
★★★
©
रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- कृष्णात्रे जी✍

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