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समय की परिभाषा है सब के लिए ज़ुदा ज़ुदा !
मजदूर सोचे जल्दी 8 / 9 घंटे का समय बीते ,
पैसे मिले और बच्चों के लिए अनाज ले जाऊं ।
गृहणी सोचे ये समय भी कितनी जल्दी बीत गया ,
अब बचे काम कैसे निपटाऊं!
छात्र सोचे कुछ और समय मिले तो कुछ और पढ़ लूं ।
ऑफिस वाले सोचे कि जल्दी
8 घण्टे बीतो जल्दी घर जा कर आराम करूँ।
प्रेमी प्रेमिका सोचे ,ये समय कभी बीते ही न ,
एक दूजे में खो जाऊं ।
......
#स्वरा
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©
रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- कृष्णात्रे जी✍
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मजदूर सोचे जल्दी 8 / 9 घंटे का समय बीते ,
पैसे मिले और बच्चों के लिए अनाज ले जाऊं ।
गृहणी सोचे ये समय भी कितनी जल्दी बीत गया ,
अब बचे काम कैसे निपटाऊं!
छात्र सोचे कुछ और समय मिले तो कुछ और पढ़ लूं ।
ऑफिस वाले सोचे कि जल्दी
8 घण्टे बीतो जल्दी घर जा कर आराम करूँ।
प्रेमी प्रेमिका सोचे ,ये समय कभी बीते ही न ,
एक दूजे में खो जाऊं ।
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#स्वरा
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रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- कृष्णात्रे जी✍
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