स्वरांजली....शब्दों की गूँज

शब्द शस्त्र को परास्त करें, शब्द बिना अस्त्र ही वार करें शब्द दुश्मन को यार करें, आओ मिल कर हम इन शब्दों की गूँज इस बार करें #स्वरा #SKG

Breaking

Monday, October 22, 2018

योगेश जी द्वारा सप्तरंग-9(समय की परिभाषा) में रचना✍


शीर्षक:-समय की परिभाषा... !!
★★★
....................
समय का पहिया ऐसा है
जो निरंतर घूमता रहता है,

गर्मी हो या बारिश हो,
हो ऋतु शीत बसंत
हर मौसम में हर गाड़ी
ये कभी ना टिक कर बैठता है,

बच्चों को दुनिया मे लाता
फिर उन्हें जवान बुढ़ा बनाता,
मौत के बाद भी ये चलता रहता है,

कितनी सदियां आती हैं
और बीत कर चली जाती हैं,

परंतु ये ना कभी अपनी चाल बदलता है,
ये समय का पहिया ऐसा है जो बिना रुके बिना थके,
हरदम चलता रहता है...
......
#स्वरा
★★★
©
रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- योगेश जी✍

No comments:

Post a Comment