★★★
....................
समय का पहिया ऐसा है
जो निरंतर घूमता रहता है,
गर्मी हो या बारिश हो,
हो ऋतु शीत बसंत
हर मौसम में हर गाड़ी
ये कभी ना टिक कर बैठता है,
बच्चों को दुनिया मे लाता
फिर उन्हें जवान बुढ़ा बनाता,
मौत के बाद भी ये चलता रहता है,
कितनी सदियां आती हैं
और बीत कर चली जाती हैं,
परंतु ये ना कभी अपनी चाल बदलता है,
ये समय का पहिया ऐसा है जो बिना रुके बिना थके,
हरदम चलता रहता है...
......
#स्वरा
★★★
©
रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- योगेश जी✍
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समय का पहिया ऐसा हैजो निरंतर घूमता रहता है,
गर्मी हो या बारिश हो,
हो ऋतु शीत बसंत
हर मौसम में हर गाड़ी
ये कभी ना टिक कर बैठता है,
बच्चों को दुनिया मे लाता
फिर उन्हें जवान बुढ़ा बनाता,
मौत के बाद भी ये चलता रहता है,
कितनी सदियां आती हैं
और बीत कर चली जाती हैं,
परंतु ये ना कभी अपनी चाल बदलता है,
ये समय का पहिया ऐसा है जो बिना रुके बिना थके,
हरदम चलता रहता है...
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#स्वरा
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©
रचनाकार [{कवयित्री/कवि }]:- योगेश जी✍
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